लालच कुछ हैं ललचाते, बाधाएं हमें हैं डराती, अस्थाई बस हैं ये रोड़े ,स्मृत रखना है ये ! लालच कुछ हैं ललचाते, बाधाएं हमें हैं डराती, अस्थाई बस हैं ये रोड़े ,स्मृत रखन...
अंदरूनी डर भी सताता है ज़िंदगी ख़त्म होने का डर सिहरन लाता है अंदरूनी डर भी सताता है ज़िंदगी ख़त्म होने का डर सिहरन लाता है
हर जगह जो है अधिकार तुम्हारा जंगल काटकर घर बनाते जा रहे हो, हर जगह जो है अधिकार तुम्हारा जंगल काटकर घर बनाते जा रहे हो,
प्रलयंकारी रूप धरूँगी, बनूँगी तेरा काल। प्रलयंकारी रूप धरूँगी, बनूँगी तेरा काल।
मिल जाओ जो मुझको गोरी, जीवन में इक बार। मिल जाओ जो मुझको गोरी, जीवन में इक बार।
आकर रँग भरो हजार, तुम मेरे जीवन आधार। आकर रँग भरो हजार, तुम मेरे जीवन आधार।